हा, पुस्तक, प्रिया पाथाकागनन से अन सबी गोल्डन सीक्रेट्स को सजहा करती है, जिनको जीवन में अपनाकर विश्व की महान हस्ती ने ना केवल बुलन्दियान को छुआ, अपितु वो इतिहास के स्वर सच्ची प्रीरक कहनियान, प्रीरक प्रासंगिकन, कवितान वा प्रीरानादेई शेरो-शयारी वा स्वयं के प्रासंगिक अनुभवोन के आधार पर पूस्तक को इटाना प्रीरान है बहुत चितकरशक बनाया गया है पुस्तक का एक-एक शाब्द प्रिय पटाकागन को ना केवल प्राफ़ुलिट वाह रोमनचिट कैरेट है, अपितु सबी को तनाव से मजबूती की तराफ अग्रसर कैरेट है और मैन-मस्तिष्क से नेकरत्मकाता को मिक्सर सकरत्मकाता व रचात्मकाता का श्रजन करत हुवा अन्न आशा की एक नयी किरन जगता है। लेखिका का दुध विश्वस है या पुस्तक आप सबी को तारिक से ताराशगी की आप स्वात ही है उंची उड़न भरने के लिए अपेन पंख खोले कोई आतुर हो जैनेज और आपकी सफलता के द्वार खुद-ब-खुद खुदे चाले जायंज। एक खुदा ! कुछ आइसा कर पून, मुख्य रहून या रहून, अगर हर एक राही को, हेमत व हौसाला दे जौन।